किसान इसलिए कर रहे यातायात बाधित
किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) के संयोजक सरवण पंधेर ने कहा कि हमारी 3 प्रमुख मांगे हैं। इनमें बिजली संशोधन बिल-2025 रद्द करवाना, पंजाब में लगाए जा रहे प्रीपेड बिजली मीटर हटाना और पंजाब सरकार को सरकारी जमीनों को बेचने से रोकना है। पंधेर ने कहा कि यह आंदोलन किसानों-मजदूरों के हितों की रक्षा के लिए है । इसका मकसद सरकारों को इन मुद्दों पर जनता की आवाज सुनाने के लिए मजबूर करना है।
किसानों के प्रदर्शन को लेकर रेलवे ने की तैयारी
पंजाब में किसान आज रेलवे ट्रैक जाम करेंगे। लुधियाना, जालंधर और अमृतसर समेत 19 जिलों में 26 जगहों पर किसान रेलवे ट्रैक पर बैठेंगे। किसानों का प्रदर्शन दोपहर 1 से 3 बजे तक यानी 2 घंटे के लिए होगा। इस दौरान रेलवे की तरफ से भी ट्रेनों को जाम के वक्त रास्ते में रोकने, टर्मिनेट करने या कैंसिल करने की तैयारी कर ली है। हालांकि अभी इसकी लिस्ट जारी नहीं की गई है।
किसानों के प्रदर्शन से इन 2 घंटों के दौरान ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों को मुश्किल आ सकती है। हालांकि किसानों की तरफ से हाईवेज पर जाम या प्रदर्शन नहीं किया जाएगा। रेलवे प्रबंधन ने किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए जीआरपी के साथ बात कर ली है। इसके साथ ही किसान संगठनों से भी अपील की गई है कि वे किसी भी तरह से रेलवे की संपत्ति को हानि न पहुंचाएं और यात्रियों को भी किसी तरह की समस्या न हो।
